पीएम मोदी की अपील बिजली विभाग के लिए चुनौती से कम नहीं, अचानक मांग कम होना भी खतरनाक
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और इसके खिलाफ लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री ने पांच अप्रैल की रात नौ बजे नौ मिनट के लिए सभी लाइटें बंद कर बालकनी या दरवाजे पर खड़े होकर मोमबत्ती, दीया और मोबाइल की टॉर्च से रोशनी की अपील की है। ऐसी स्थिति में बिजली विभाग के सामने संकट पैदा हो गया है। उत्पादन से अगर कम बिजली आपूर्ति मिनट भर के लिए भी होती है तो ट्रांसमिशन पावर हाउस बैठ सकता है, बड़ा फाल्ट आ सकता है। इसके लिए विभाग ने अभी से तैयारी शुरू कर दिया है।
उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड के ऑपरेशन निदेशक आरके सिंह ने कहा है कि सभी ट्रांसमिशन पावर हाउस पर इस दौरान अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता, अवर अभियंता में से कम से कम एक अधिकारी अपने मोबाइल फोन, कुशल तकनीकी सहायक, श्रमिकों के साथ मौजूद रहेगा।
इस समस्या से बचाव के लिए लोगों से अपील की गई है कि केवल लाइट बन्द करें। अन्य बिजली के उपकरण चलते रहें। चूंकि औद्योगिक क्षेत्र और अन्य वाणिज्य की बिजली लॉकडाउन के बाद से बन्द है। ऐसे में डिमांड पहले से ही घट गई है। अगर घरेलू बिजली भी अचानक बन्द होती है तो ग्रिड के फेल होने के खतरा होगा। देश में पांच पावर ग्रिड हैं। वाराणसी उत्तरी ग्रिड के अधीन आता है। निदेशक ने यह भी कहा है कि सभी अभियंता और श्रमिक इस दौरान कोविड-19 से बकहव का भी पूरा ध्यान रखेंगे।